May 18, 2024

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के शहीद दिवस पर आदिवासी महासम्मेलन का आयोजन 

नेटवर्क24:- उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र के दुद्धी थाना छेत्र आदिवासी खरवार बाहुल्य गांव नगवां में आज 18 वां आदिवासी महासम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया ,कार्यक्रम की शुरुवात मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक हरिराम चेरों ,विशिष्ठ अतिथि छत्तीसगढ़ ,रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह खरवार व पूर्व एमलसी विनीत सिंह व पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने शहीद स्मारक स्थल पर महात्मा गांधी के नव स्थापित प्रतिमा का अनावरण कर एवं आदिवासी स्वराज स्तम्भ पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।कार्यक्रम में आदिवासी व अन्य समाज के उत्कृष्ट कार्यों को करने वाले विभूतियों को अतिथियों द्वारा अंगवस्त्रम भेंट कर माल्यार्पण कर उन्हें सम्मानित किया गया|क्षेत्रीय विधायक हरिराम चेरों ने जहाँ क्षेत्र के आदिवासियों के स्मृति चिन्ह के रूप में विशिष्ट अतिथि पूर्व एमएलसी विनीत सिंह को तीर धनुष व बांस से बना टोपी व अशोक स्तंभ भेंट किया गया। वहीं रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह खरवार को भी तीर धनुष व अशोक स्तंभ भेंट कर सम्मानित किया | उन्होंने पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार को भी अशोक स्तंभ का प्रतीक चिन्ह व अंगवस्त्रम भेंट किया| इसके बाद आदिवासी नृत्य करमा की प्रस्तुति अतिथियों का मन मोह लिया|

अतिथियों में मंच संभालते हुए छग प्रदेश के सनावल के कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह खरवार ने कहा कि आजादी से पूर्व एक इंसान दूसरे इंसान का छुआ पानी नहीं पी सकते थे ,लेकिन अब ऐसा नहीं है ,जिसने हमे पहचान दिया वे बापू है ,जब वे साउथ अफ्रीका से पढ़ाई करके आये तो उन्होंने यहां छुआछूत देखा तो उन्होंने सबसे पहले महसूस किया कि यहां सामाजिक आजादी सबसे पहले दिया जाए ,तब देश की आजादी की लड़ाई लड़ी जाएगी ,उन्होंने सबसे पहले देश से छुआछूत को दूर किया उन्होंने कहा था कि भारत की आत्मा गाँव मे बसती है जब तक गाँव का विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास कतई संभव नही है , जिन राज्यों में गाँव का विकास है वहां का राज्य भी विकसित है ,गांवों के लोगों के विकास के लिए किसानों के खेतों में पानी पहुँचा दे तो गाँव का विकास खुद व खुद हो जायेगा| इसलिए नेताओं को गांव के विकास के बारे में पहले सोचना चाहिए कहा कि महात्मा गांधी ऐसे शख्श थे जिन्होंने इंसान को इंसान को पहचानने सिखाया ,आज वे हमारे बीच नही है लेकिन हम उन्हें नमन करते है ,महात्मा गांधी के सपनो को पूरा करने और एक आदर्श समाज के निर्माण के लिए नशा से मुक्ति जरूरी है|यहां के लोगों के बारे में कहा कि कनहर बांध के आंदोलन के समय आपमें गजब की एकता दिखी , जो सराहनीय है| भारत की लोकतंत्र यही है कि जब सरकार हमारी ना सुने तो सरकार से हम आंदोलन कर अपना हक ले लेते है,

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पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने कहा कि अपने सांसद रहते हुए हमने नगवा गांव को गोद लेकर हर सम्भव चहुमुखी विकास कराया।उन्होंने 1857 की क्रांति में शामिल नगवा के स्वंतन्त्रता सेनानियों को नमन किया।बाबा साहब ने कहा था शिक्षित बनो तब संगठित रहोगे। उन्होंने इस दौरान गांधी जी के प्रिय भजन को भी रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम गया। और सभी गुमनाम आठो सुराजियो को याद कर शहीद दिवस पर नमन किया एवं उनके बारे में बतलाया ।जिसमें सुखलाल खरवार नगवा 1921 में 1 साल जेल 1941 में 3 माह जेल व ₹25 जुर्माना भी भरा था जगन्नाथ खरवार ग्राम नगवा निवासी 1921 में 1 साल जेल गए थे पूरन खरवार नगवा 1921 में 1 साल जेल काटा था ।।बोधा पनिका ग्राम निवासी नगवा 1921 में 1 साल जेल काटा था शनिचर राम खरवार निवासी ग्राम घघरा 1942 में 1 साल नजरबंद रहे थे नंदलाल गौड़ ग्राम बकुलिया 1942 में 1 साल नजरबंद रहे थे रामरतन गुण बकुलिया 1942 में 1 साल जेल गए थे चिंतामणि खरवार ग्राम बेरवे 1942 में 1 साल के लिए जेल गए थे ।ऐसे अपने नगवा ग्राम के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया गया और कहा गया कि ये भी इतिहास के पन्नों दर्ज हो। जिससे कि हम आदिवासी लोगों को भी अपने पूर्वजों के वीरता त्याग बलिदान से प्रेरणा मिलते रहे।

पूर्व एमएलसी विनीत सिंह ने कहा कि शहादत के अवसर पर उपस्थित नाम भले गुमनाम है लेकिन आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी गुमनाम नही है।देश से बड़ा कुछ नही ,भारत माता के आगे कुछ भी नही। उन्होंने कहा कि एकता में ताकत होता शेर भले ही जंगल का शेर होता है लेकिन मधुमखी की एकता के आगे शेर भी हार जाता है। आने वाले समय में गांव में पानी की समस्या भाजपा सरकार की हर घर नल योजना के तहत दूर होगा।

उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अवसर मिला तो आदिवासीयो के समस्याओ का निदान हर तरह से किया जाएगा| नशा उन्मूलन को संबोधित करते हुए कहा कि नशे से घर परिवार तबाह हो जाता है इससे बचे ताकि परिवार रिश्ते नाते सभी सुरक्षित रहे।अंत मे उन्होंने शहीद स्मारक स्थल व गांधी प्रतिमा स्थल का छज्जा बनवाने की घोषणा की|

अंत मे मंच थामते हुए मुख्य अतिथि हरिराम चेरों ने कहा कि बापू ने दो ही सपना देखा था एक देश की स्वतंत्रत हो और स्वच्छ भारत हो।देश के यशस्वी प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान चलाकर गांधी के सपनो को साकार कर रहे है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या विस्थापितों के पैकेज की समस्या है , कनहर विस्थापितों को तीन पीढ़ियों का विस्थापन पैकेज व घर जमाई को पैकेज दिलाने का काम किया जाएगा ,सपा सरकार में कनहर परियोजना निर्माण में केवल घोटाला हुआ है ,जब भाजपा की सरकार आयी तो परियोजना निर्माण में तेजी आई , परियोजना सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है जो 2021 के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा ,क्योंकि अमवार ग्राम समूह हर घर नल योजना इसी परियोजना पर आधारित है |

इसी प्रकार से रामलोचन तिवारी, रामेश्वर राय ,देव नारायण खरवार , आदि लोगों ने भी आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्हें मजबूत व विकसित होने पर जोर दिया|कार्यक्रम का संचालन ग्राम स्वराज्य समिति के मंत्री महेशानंद व नगवां के आदिवासी नेता हरिकिशुन ने संयुक्त रूप से किया| एवं शाम 5:30 बजे जब महात्मा गांधी को नाथूराम विनायक गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।उसी वक्त सभीअतिथिगणों ने एक साथ मिलकर मशाल जलाकर एवं महात्मा गांधी के नवनिर्मित प्रतिमा पर व परिसर में कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।।
इस मौके पर लखमन देवी,जिला पंचायत सदस्य देवनारायण खरवार , कासिम हुसैन ,नंदलाल सिंह ,बलरामपुर के खरवार समाज के अध्यक्ष रामलखन खरवार ,जसवंत खरवार ,प्रेमसागर खरवार ,डॉ आशीष कुमार सिंह ,डॉ गौरव सिंह ,सुरेंद्र सिंह ,वीरेंद्र सिंह ,मीरा सिंह गोंड ,प्रमिला सिंह उपस्थित रहे वहीँ सुरक्षा की दृष्टि से प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह व एसआई इमामुल हक मय फोर्स मौजूद रहें|

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